वो रात के सन्नाटे में नहीं, दिन के उजाले में सबको मार डालती थी। उसके निशाने पर उसके दुश्मन नहीं बल्कि उसके अपने होते थे। वो हर किसी की मौत पर इतना रोती थी कि लोगों का दिल दहल जाए। वो कातिल थी अपने पति की, वो कातिल थी अपने सास-ससुर की, उसने कत्ल किया था अपने रिश्तेदारों का। वो हत्यारन थी, दो साल की मासूम बच्ची की। ये कहानी है देश की बेहद खुंखार महिला की जिसने छह लोगों को मौत के घाट उतार दिया और किसी को पता भी नहीं चला, लेकिन फिर कब्र से निकलकर लाशों ने बयां की पूरी हकीकत।
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जौली जोसेफ की खौफनाक कहानी
टीवी सीरियल में या फिल्मों में आपने कई ऐसे खौफनाक अपराधी देखे होंगे जो बेहद शातिर तरीके से कत्ल को अंजाम देते हैं और पुलिस उनका कुछ बिगाड़ भी नहीं पाती। केरल के कोझिकोड की जौली जोसेफ उससे भी ज्यादा शातिर थी। जौली ने 1997 में रॉय जोसेफ से शादी की। दोनों के दो बच्चे भी हुए। सास-ससुर पति और दो बच्चों के साथ जौली बड़े ही आराम से रहती थी। सबसे हंसती-खेलती, खुश रहती। उसके शातिर दिमाग में जो खौफनाक प्लान चल रहा था, वो कभी न तो उसके चेहरे पर आया और न ही जुबान पर।
सास को सूप पिलाकर मारा
शादी के पांच साल बाद 2002 में एक शाम जौली की सास अनाम्मा जोसेफ मटन सूप पीती हैं और सूप पीने के तुरंत बाद उनकी मौत हो जाती है। उस वक्त जौली घर पर ही होती है। वो रो-रोकर घर सिर पर उठा लेती है। ऐसा लगता है सास की मौत से वो इस कदर टूट गई है कि उसे संभलना मुश्किल हो रहा है। माना जाता कि जौली की सास की मौत हार्टअटैक से हुई है। जौली की सास एक रिटायर्ड टीचर थीं। वो पूरा घर संभालती थीं, लेकिन अब सास की मौत के बाद वो जिम्मेदारी जौली के सिर पर आ गई।
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6 साल बाद ससुर का कत्ल
कुछ साल सबकुछ ठीक चलता रहा। 2008 में जौली के ससुर को भी अचानक खाना खाने के बाद घबराहट होने लगी। खाने के बाद वो उल्टियां करने लगते हैं और फिर उनकी भी मौत हो जाती है। घर में ये दूसरी मौत थी। माना जाता है कि जौली के ससुर को भी हार्टअटैक आया है। उस दिन भी घर में जौली अकेली थी, लेकिन किसी को उसपर शक ही नहीं हुआ। अब घर में सिर्फ जौली, उसका पति और दो बच्चे बचे थे।पति को कड़ी-चावल देकर मारा
2011 में जौली के घर में संदिग्ध परिस्थितियों में एक और मौत होती है। इस बार नंबर था जौली के पति रॉय जोसेफ का। रॉय जोसेफ की लाश उनके बाथरूम में मिलती है। बाथरूम अंदर से लॉक होता है, जबकि रॉय के मुंह से झांग निकल रहा होता है। रॉय ने कुछ देर पहले ही कड़ी-चावल खाया था। जोसेफ परिवार में संदिग्ध परिस्थितियों में ये तीसरी मौत होती है। इस मौत के बाद रॉय के मामा एमएम मैथ्यू, जो इनके घर के पास ही रहते थे, रॉय की मौत की पुलिस जांच की बात करते हैं। रॉय जोसेफ का पोस्टमॉर्टम होता और सामने आता है हैरान करने वाला सच। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चलता है कि रॉय को जहर दिया गया था, लेकिन किसने ये सवाल का जवाब पुलिस नहीं ढूंढ पाती।
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हत्या के बाद वो रोती थी
2014 में एक शाम जौली चिल्लाते हुए सबको सूचना देती है कि मैथ्यू बेहोश हो गए हैं। पड़ोस में रहने वाले लोग उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाते हैं, लेकिन तब तक उनकी मौत हो जाती है। ये जोसेफ परिवार में चौथी मौत थी और हर बार जौली मौत के वक्त वहां पर मौजूद थी, बावजूद इसके कोई उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाता। वो बाहर ही बाहर मौत का गम मनाती है, लेकिन अकेले में खुश होती है। तकरीबन परिवार के सभी लोग मारे जा चुके थे। सवाल ये था कि आखिर क्यों जौली सबको मौत दे रही है, ये सवाल का जवाब तो तब पता चलता, जब ये साफ हो पाता कि कातिल कौन है।
2 साल की मामूम का भी कत्ल
परिवार की पांचवी मौत 2014 में ही 2 साल की मासूम बच्ची के रूप में होती है। जौली के कजिन देवर शाजू का परिवार पास ही रहता था। परिवार में शाजू के अलावा पत्नी और एक साल की बेटी अल्फाइन थे। उस दिन वो दो साल की मासूम बच्ची नाश्ता करती जो उसका आखिरी नाश्ता बन जाता है। बच्ची उल्टियां करती है और फिर उसकी मौत हो जाती है। जौली नन्हीं बच्ची को भी नहीं छोड़ती। आखिर क्यों ?
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देवरानी को भी ठिकाने लगाया
2016 में इस परिवार में छठी मौत होती है। मरने वाली शाजू की पत्नी और अल्फाइन की मां सिली थी। सिली अपने घर में होती है, जौली भी वहीं मौजूद होती है। अचानक सिली बेहोश हो जाती है और जौली के सामने ही उसकी जान चली जाती है। पहले शाजू की बेटी की मौत होती है और अब पत्नी भी। इस गांव में जोसेफ परिवार के लोग एक के बाद एक मरते चले जाते हैं। अब सिर्फ जौली, उसके दो बेटे और एक देवर शाजू रह जाते हैं। 2017 में जौली अपने देवर शाजू से शादी कर लेती है।
कब्र से लाशें निकालीं
जौली का एक अन्य देवर रोजो अमेरिका में भी अपने परिवार के साथ रहता है। घर में छठी मौत हो जाने के बाद उसे शक होता है। वो पुलिस में केस दर्ज करता है और 2011 में हुए रॉय जोसेफ केस की फाइल एक बार फिर ओपन की जाती है। पुलिस छानबीन करती है। 14 सालों में हुए सभी छह कत्ल के पीछे का मोटिव खोजा जाता है और मौत की वजह भी। सभी छह लोगों की कब्र की खुदाई होती है और लाशों को पोस्टमॉर्टम के लिए बाहर निकाला जाता है। इस बार ये साफ हो जाता है कि रॉय जोसेफ समेत परिवार के सभी छह लोगों को सायनाइड देकर मारा गया था। पुलिस का शक जौली पर जाता है क्योंकि हर मौत के वक्त वही मौजूद थी।
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उसने बनाई फर्जी वसीहत
2019 में जौली को गिरफ्तार किया जाता है। अपने परिवार को खत्म करने वाली इस भयानक महिला के चेहरे पर एक शिकन नहीं होती। पुलिस के दवाब के बाद जौली कबूल करती है कि उसने ही अपने परिवार को एक-एक करके मौत के घाट उतारा। वो बताती है कि ये सब उसने जायदाद को अपने नाम करने के लिए किया। वो घर में अपना रुतबा चाहती थी, इसलिए उसने पहले अपने सास ससूर को खाने में सायनायड दिया। इस दौरान उसने फर्जी वसीहत बनाकर पूरी जायदाद भी अपने नाम कर ली और फिर अपने पति का भी कत्ल कर डाला।
देवर से करनी थी शादी
उसके पति के मामा मैथ्यू लगातार जांच का दवाब बना रहे थे इसलिए जौली ने उन्हें भी ठिकाने लगाने का प्लॉन बना डाला और उनके खाने में भी जहर मिला दिया। जौली के मुताबिक अब कोई नहीं बचा था जो जांच का दवाब बनाता। इसके बाद उसने दो साल की अल्फाइन और उसकी मां को अपने रास्ते से हटाया क्योंकि वो अपने देवर शाजू से शादी करना चाहती थी। हालांकि शाजू को जौली के प्लान का कोई आइडिया नहीं थी। वो नहीं जानता था अपनी भाभी के खौफनाक मंसूबे।
कई झूठ आए सामने
केरल की इस सीरियल किलिंग की घटना में जौली जोसेफ के अलावा उसके तीन अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया गया जिनमें से एक सुनार था। सुनार ही उसे कत्ल के लिए सायनाइड मुहैया करवाता था। जिसके बाद वो अपने परिवारवालों के खाने में इसे मिलाकर उन्हें मौत की नींद सुलाती थी। वो शक्ल से इतनी भोली नज़र आती थी कि कोई ये सोच भी नहीं सकता था कि वो कत्ल भी कर सकती है। जौली की गिरफ्तारी के बाद उसके झूठ के कई और मामले भी सामने आए हैं। वो खुद को पोस्ट ग्रेजुएट बताती थी और कहती थी कि वो एनआईटी में प्रोफेसर थी, लेकिन हकीकत में ग्रेजुएशन में सेकेंड ईयर के बाद पढ़ाई ही नहीं की थी।